UPSC : IAS टॉपर टीना की कहानी, जानें उसी की जुबानी
यूपीएससी टॉपर टीना डाबी हंसमुख हैं। चुलबुली हैं। धीर-गंभीर भी हैं। टीना बचपन से ही टॉपर रही हैं। पहले स्कूल फिर कॉलेज और अब यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में भी उन्होंने झंडे गाड़ दिए।
महज 22 उम्र की टीना ने पॉलिटिकल साइंस पर फोकस किया और जोरदार कामयाबी हासिल की। वह मां को अपना आदर्श मानती हैं और अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय भी मां को ही देती हैं। टीना भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में जाना चाहती हैं और हरियाणा कैडर चाहती हैं।
दिल्ली की टीना डाबी ने किया UPSC टॉप, देखें रिजल्ट
‘नवोदय टाइम्स’ के साथ खास बातचीत में उन्होंने कामयाबी के पीछे की कहानी साझा की...
क्या रही चुनौतियां?
मैं शुरू से ही टॉपर रही हूं। मुझे तैयारी में ज्यादा कठिनाई नहीं हुई। मुझे घंटों तक पढऩे की आदत पहले से ही है। मेरे लिए लगातार 8-9 घंटे तक पढऩा उतना कठिन नहीं रहा।
हां, जैसा सभी को होता है मुझे भी लगातार पढ़ते हुए कई बार बोरियत होने लगती थी। अपने दोस्तों से नहीं मिल पाती थी। मेरे घरवालों ने ऐसे समय मेरा ध्यान पढ़ाई से हटाकर और चीजों में लगाया। इसके लिए मैंने कोचिंग ली।
दोस्तों के साथ मिलकर भी मैंने तैयारी की थी। मुझे अपने ऊपर भरोसा था कि इस परीक्षा को मैं पास कर लूंगी, मगर टॉप करूंगी, यह नहीं पता था।
Navodayatimes
बचपन का सपना हुआ पूरा
जब से मैंने होश संभाला, तभी से मैं यूपीएससी की परीक्षा देना चाहती थी। शायद यही वजह थी कि मैं उसी लाइन पर चलती रही। डीयू के लेडी श्रीराम कॉलेज में मैंने पॉलिटिकल साइंस ली और उसमें टॉप किया। इससे मेरा आत्मविश्वास और बढ़ा।
बचपन से पेपर पढऩे का शौक
बचपन से मुझे पेपर पढऩे की आदत थी। जिससे मुझे काफी मदद मिली। मुझे पढऩे का शौक है। अपनी पढ़ाई के अलावा मैं कई दूसरे विषयों की किताबें भी पढ़ती रहती हूं।
खुशी से रो पड़ी मां
जैसे ही रिजल्ट आया और मां को मैंने बताया कि मैंने यूपीएससी टॉप किया है, मेरी मां रो पड़ी। उनके आंसू काफी देर तक नहीं रुके और रोते हुए मां ने मुझे गले से लगा लिया। मेरी मां टेलीकॉम सेक्टर में इंजीनियर थी और मेरी पढ़ाई की वजह से उन्होंने वॉलेंट्री रिटायरमेंट (वीआरएस) ले ली और मेरी पढ़ाई में मेरी मदद की।
100 में 100 मिले थे नंबर
डीयू में पॉलिटिकल साइंस की टॉपर रहीं टीना ने 12वीं में भी पॉलिटिकल साइंस और इतिहास में 100 में से 100 नंबर मिले थे। भारतीय राजनीति में उनकी गहरी रुचि है। संसदीय प्रक्रिया और भारतीय संविधान की उनकी गहरी समझ है।
कॉलेज में टीना समय-समय पर आयोजित कार्यक्रमों में स्पीकर के तौर पर राजनीति से जुड़े अपने विचार रखती रही हैं। कॉलेज के प्रोफेसर भी कहते हैं, ‘वह हमारे कॉलेज का सच्चा खजाना और डायनेमिक स्पीकर हैं।’ स्पीकर के तौर पर टीना अपने विरोधियों को हमेशा चुनौती देती रही हैं।
हरियाणा करता है आकर्षित
टीना हरियाणा कैडर ज्वॉइन करेंगी। टीना का कहना है कि यह जगह मेरे घर के पास है। मैं नई जगह जाना चाहती थी, जो मेरे घर से ज्यादा दूर न हो। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात है कि एक राज्य के तौर हरियाणा मुझे आकर्षित करता है।
यहां चुनौतियां भी हैं और अवसर भी। टीना बताती हैं कि हरियाणा में लिंगानुपात की समस्या को देखते हुए भी उनका ध्यान इसकी तरफ गया। टीना कहती हैं, ‘चूंकि मैं महिला कॉलेज से पढ़ी हूं, हमारे कॉलेज में हमें हमेशा से ही लैंगिक समानता की बात सिखाई जाती रही है।
हरियाणा को चुनने के पीछे यह भी एक बड़ी वजह थी।’ टीना बताती हैं कि पहले वह साइंस चुन रही थीं लेकिन, मां ने कहा कि वह आर्ट्स में बहुत अच्छी हैं और इसलिए उन्होंने आर्टस के सब्जेक्ट चुने।.
टीना की मां हिमाली डाबी बताती हैं कि जब मुझे पता चला की मेरी बेटी ने टॉप किया है तो मेरी आखों में आंसू आ गए। माई डॉटर इज माई हीरो का बिल्ला मैंने खास इस दिन के लिए बनवाया था, जो मैंने अपने कुर्ते पर लगा रखा है। इससे आप मेरी खुशी का अंदाजा लगा सकते हैं। मैं और मेरे हसबैंड दोनों टेलीकॉम में थे।
मैंने टीना की पढ़ाई के लिए वीआरएस ले लिया और काफी समय तक टीना की पढ़ाई पर फोकस कराया। फिलहाल मैं प्राइवेट सेक्टर में हूं। अपनी बेटी पर मुझे शुरू से ही
भरोसा था।
टीना की तरह दूसरी बेटी भी करेगी यूपीएससी टॉप
सिविल परीक्षा की टॉपर टीना डाबी के पिता जसवंत डाबी, जो कि खुद यूपीएससी पास कर चुके हैं अपनी बेटी के इस परिणाम को लेकर खुशी से फूले नहीं समा रहे। वह कहते हैं कि परीक्षा पास कर लेगी ये पता था, मगर टॉप करेगी इसका विश्वास नहीं हो रहा। टीना शुरू से ही टॉपर रही है उसने अपनी इस परम्परा को नहीं तोड़ा।
उसके खुद ही पढऩे का शौक था हमने कभी उस पर दबाव नहीं डाला। उसको ब्रेक भी हमें बोलकर कराना पड़ता था। मेरी दो बेटियां हैं बड़ी टीना है और छोटी रिया मेरी दूसरी बेटी भी यूपीएससी की तैयारी कर रही है। और मुझे पता है वो भी टीना की तरह टॉप करेगी।
उसे पता था, वो आईएएस बनेगी
टीना की छोटी बहन रिया डाबी बताती हैं कि मेरी बहन अपनी पढ़ाई के साथ मेरी पढ़ाई में भी मेरी मदद करती है। उसका शुरू से ही आईएएस बनने का सपना था।
जिसको आज उसने हासिल कर लिया। मैंने बारहवीं की परीक्षा दी है और फिलहाल में यूपीएससी की तैयारी कर रही हूं। अब मुझे मेरी बहन से काफी मदद मिलेगी। वो मुझे बहुत प्यार करती है। हमारी कभी लड़ाई भी नहीं होती।
हम सब इंजीनियर और टीना बनी आईएएस
टीना डाबी के अन्य भाई बहन उसकी इस सफलता से बेहद खुश दिखे। दानिश सिंह बताते हैं टीना मेरी कजन बहन है मैं इंजीनियरिंग कर रहा हूं हमारे और भाई बहन भी इंजीनियरिंग फील्ड में हैं मगर टीना ने यूपीएससी पास करके हमे भविष्य में आगे बढऩे की एक अलग राह दिखाई है। धारनी बसवाल बताती हैं कि टीना हमेशा से अपना गोल जानती थी और उसने यह हासिल भी किया।
Navodayatimes
कॉलोनी के बच्चों की आइडल बनीं टॉपर दीदी
कालीबाड़ी मार्ग स्थित बीएसएनएल सरकारी कॉलोनी के 33 नंबर ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर रहने वाली टीना डाबी को वहां रहने वाले बच्चों में कुछ ही हैं, जो ठीक से जानते हैं।
बाकी बच्चों ने मंगलवार को टॉपर दीदी के बारे में पहली बार जाना। सेेंट कोलंबस स्कूल में कक्षा 5 में पढऩे वाले आयुष ने कहा कि जब उसे पता चला कि उनके पास में रहने वाली एक दीदी ने ही यूपीएससी की परीक्षा टॉप की है तो उसे बहुत मजा आया। कक्षा 5 की नव्या सलवान पब्लिक स्कूल में पढ़ती हैं, वह भी खूब खुश हुई हैं।
कक्षा 7 की ईशिता ने कहा दीदी के बारे में सुनकर उनको काफी प्रेरणा मिली है। उसको भी लग रहा है कि दीदी की तरह वह भी कुछ कमाल करके दिखा सकती है। यहीं पर रहने वाली अंशिका बाल भारती पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 की छात्रा है।
अंशिका ने कहा उन्होंने कभी टीना दीदी को नहीं देखा है। लेकिन, जब से उनके बारे में सुना है, मन खुश है। वह कहती हैै मैं भी उनकी तरह बड़ा काम करके दिखाऊंगी। भले ही यह बच्चे मंगलवार के पहले टीना को अच्छे से नहीं जानते थे, लेकिन अब टॉपर दीदी उनकी आइडल हैं।
हम दोनों सीपी-इंडिया गेट पर खूब करते हैं मस्ती
टीना की बेस्ट फ्रेंड हैं शिवानी। शिवानी लेडी हार्डिंग से एमबीबीएस लास्ट ईयर की पढ़ाई कर रही हैं। फ्रेंड ने यूपीएससी टॉप किया तो शिवानी की खुशी का ठिकाना नहीं है। वह कहती हैं सेंट मैरी स्कूल में वह कक्षा 9 से ही टीना के साथ पढ़ रही थी। कक्षा 11 में जब टीना ने ह्यूमिनिटीस में पढ़ाई शुरू की तो ही उसने यह तय कर लिया था कि उसे आईएएस ही बनना है।
शिवानी ने कहा कि यह तो उसे पता था कि टीना यूपीएससी की परीक्षा पास कर ही जाएगी, लेकिन टॉप कर जाएगी यह उन्होंने नहीं सोचा था। पुरानी यादों को ताजा करते हुए शिवानी ने कहा जितना पढऩे लिखने में टीना तेज है उतनी ही मस्ती करने में भी आगे हैं। हम लोग अक्सर सीपी और इंडिया गेट पर जाकर मस्ती करते हैं। कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में तो आए दिन हम लोग जाते हैं और खूब मस्ती करते हैं।