आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सुकून की सबसे ज्यादा कमी है। इंसान रोज की इस आपाधापी के शोर से थोड़ी देर के लिए ही सही लेकिन अपने दिमाग को शांत रखना चाहता है। ऐसा करने से वो सुख की अनुभूति करता है। अगर आप तनाव में हैं या अप्रसन्न रहते हैं तो आप मेडिटेशन (Meditation) का सहारा ले सकते हैं। दरअसल, मेडिटेशन दिमाग को शांत करने में काफी मददगार साबित होता है। अगर आपका दिमाग शांत और प्रसन्न रहेगा तो आपकी सभी परेशानियां अपने आप ही हल होने लगेंगी। यही कारण है कि आज पूरी दुनिया योग के द्वारा शरीर को और मेडिटेशन के जरिये अपने दिमाग को स्वस्थ रखने की कोशिश कर रही है। इसीलिए हर साल 15 मई को विश्व मेडिटेशन दिवस (World Meditation Day) के रूप में मनाया जाता है। यहां हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं मेडिटेशन से जुड़ी हर वो छोटी- बड़ी बात (meditation ke fayde), जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
कुछ लोग मेडिटेशन को योग की तरह ही समझते हैं लेकिन आपको बता दें कि दोनों में काफी अंतर है। योग शरीर की कसरत है और मेडिटेशन, दिमाग की कसरत। मेडिटेशन का अर्थ होता है, एकाग्र भाव से ध्यान लगाना, जिसका उद्देश्य होता है मनुष्य को आत्मिक शांति प्रदान करना। ध्यान (Meditation) एक प्रकार की क्रिया है, जिसमें इंसान अपने मन को चेतन की एक विशेष अवस्था में लाने की कोशिश करता है। इसमें अपने मन को शांति देने से लेकर आंतरिक ऊर्जा (Energy) या जीवन- शक्ति का निर्माण करना हो सकता है, जो हमारी जिंदगी मे सकरात्मकता और खुशहाली लाती है। इसकी साहयता से कोई भी इंसान अपने उद्देश्य पर अपना ध्यान केंद्रित करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकता है। मेडिटेशन का चलन अभी हाल- फिलहाल में नहीं आया है बल्कि आदिकाल से लोग इसका इस्तेमाल शांति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए करते आ रहे हैं।
हमारे समाज में कई तरह के लोग होते हैं, एक वो जो विफल होने के बाद खुद को संभाल लेते हैं और दोबारा अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश में जुट जाते हैं। दूसरे वो लोग होते हैं. जो उस काम को ही करना छोड़ देते हैं, जिनमें वो सफल नहीं हो पा रहे हैं और वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो हार मानकर खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। इन सभी तरह की मन: स्थिति से निपटने के लिए मेडिटेशन भी कई तरह के किये जाते हैं। लेकिन हर तरह के मेडिटेशन को करने का उद्देश्य संतुष्टि, मानसिक शांति, एकाग्रता और प्रसन्नता प्राप्त करना ही होता है। वैसे तो मेडिटेशन के कई प्रकार होते हैं लेकिन हम यहां आपको मेडिटेशन के कुछ मुख्य प्रकारों के बारे में बताने जा रहे हैं -
सहज योग (Sahaja Yoga Meditation) का अर्थ होता है, 'सह' यानि आपके साथ और 'ज' यानि जन्मा हुआ। योग से तात्पर्य मिलन या जुड़ना है अत: वह तरीका, जिसमें मनुष्य का सम्बन्ध (योग) परमात्मा से हो सकता है, सहज योग कहलाता है। इस तरह का मेडिटेशन आत्म- जागरूकता पैदा करने के लिए किया जाता है। इसे करने के बाद कुंडली जागृत हो जाती है और इससे मनुष्य खुद को परमात्मा से जुड़ा हुआ महसूस करता है।
इस तरह के मेडिटेशन के जरिए इंसान खुद को नकारत्मकता से सकारत्मकता की ओर ले जाता है। ये ध्यान की सबसे महत्वपूर्ण विधि है। इससे आपके मन में जिंदगी के प्रति अधिक संतुष्टि का भाव पैदा होता है। इसे करने से मानसिक विकास तेजी से होता है। इस प्रक्रिया में सांस का उपयोग किया जाता है। विपश्यना ध्यान (Vipassana Meditation) उन लोगों के लिए ज्यादा लाभदायक है, जो हर समय कंफ्यूज रहते हैं या फिर जिनका मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं होता है।
त्राटक (Tratak Meditation), जिसे केंद्रित ध्यान भी कहते हैं, में पांचों इंद्रियों में से किसी भी एक का उपयोग करते हुए एकाग्रता लाने की कोशिश की जाती है। इस प्रक्रिया को करते समय दिये की लौ, मोमबत्ती या फिर लैंप के फोकस पॉइंट पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इसे करने से दृश्य इंद्रि पर विशेष प्रभाव पड़ता है। इस तरह से ध्यान लगाने से एकाग्रता की क्षमता बढ़ती है।
जी हां, आप सही समझ रहे हैं, हम तीसरी आंख को जागृत (Third Eye Meditation) करने के लिए किया जाने वाले ध्यान की बात कर रहे हैं। भगवान शिव की तरह ही तीसरा नेत्र हम में से हर व्यक्ति के पास है लेकिन नजर नहीं आती है। मनुष्य की तीसरी आंख तब काम करती है, जब उसका मन शांत और चित्त स्थिर हो। ऐसा तभी होता है, जब वो ध्यान की अवस्था में हो। व्यक्ति की तीसरी आंख उनकी ऊर्जा शक्ति का केंद्र होती है। इस मेडिटेशन को करने का मुख्य उद्देश्य उस तीसरी आंख को जागृत करते हुए शरीर में पर्याप्त ऊर्जा का संचार करना है।
मेडिटेशन करने का फायदा (meditation ke fayde) तभी है, जब आप इसे सही तरीके से करें। यह आपको शारीरिक और मानसिक, दोनों तौर पर शांति और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करेगा। यहां हम आपको मेडिटेशन करने की सबसे सरल विधि से अवगत करा रहे हैं। बता दें कि मेडिटेशन करने की कई विधियां हैं, जिनको अलग- अलग तरह से किया जाता है। अगर आप किसी खास तरह का मेडिटेशन कर रहे हैं तो बेहतर रहेगा कि आप एक अनुभवी ट्रेनर से ट्रेनिंग लें। आइए जानते हैं, ध्यान लगाने की सबसे आसान विधि (meditation kaise kare) के बारे में -
स्टेप 1 - अपना स्थान चुनें : मेडिटेशन के लिए आपको एक शांत स्थान की जरूरत होती है। इसलिए एक अच्छा शांत स्थान चुनें।
स्टेप 2 - सही समय चुनें : सही स्थान की तरह ही सही समय भी चुनना बहुत ज़रूरी होता है। ज्यादातर लोग सुबह-सुबह मेडिटेशन करते हैं। आप चाहें तो दिन के किसी और समय भी मेडिटेशन कर सकते हैं।
स्टेप 3 - शरीर को स्ट्रेच करें : मेडिटेशन करने से पहले 30 सेकेंड तक अपने शरीर को स्ट्रेच करें। स्ट्रेच करने से पूरा शरीर एक सही मोड में आ जाता है।
स्टेप 4 - सही अवस्था में बैठें : चौकड़ी लगाकर, कमर सीधी करके बैठना मेडिटेशन के लिए सही अवस्था मानी जाती है। इससे आपके फोकस करने की और श्वसन की प्रणाली क्षमता आसानी से बढ़ती है। अपनी कमर को सीधा रखें। सीने को चौड़ा रखें और आलथी- पालथी लगाकर बैठें। अपना सिर सीधा रखें और आंखें बंद कर लें।
स्टेप 5 - श्वसन क्रिया : किसी भी तरह के मेडिटेशन को करने के लिए ब्रीदिंग अत्यंत आवश्यक है। धीरे- धीरे सांस लें और छोड़ें और अपनी श्वसन क्रिया पर फोकस करें यानि ध्यान लगाएं। हर गहरी सांस पर गिनती करें और इस क्रिया को दोहराएं। अपनी श्वास पर अपना ध्यान केंद्रित करें। उसकी गति या तीव्रता को घटाएं या बढ़ाएं नहीं।
स्टेप 6 - दिमाग खाली रखें : मेडिटेशन के दौरान दिमाग में आलतू- फालतू विचारों को न आने दें। खुद को एकाग्र करने के लिए उल्टी गिनती गिनें और ध्यान में फोकस करें।
स्टेप 7 - मेडिटशन को समाप्त करें : याद रखें, ध्यान से बाहर निकलते समय एकदम से अपनी आंखें न खोलें। खुद को धीरे- धीरे फोकस पॉइंट से दूर करें। रिलैक्स रहें लेकिन और श्वास धीरे- धीरे लें और छोड़ें और धीरे- धीरे ही अपनी आंखें भी खोलें।
अगर आप भी रोज योगा करते हैं तो इन बातों का रखें खास ख्याल
मेडिटेशन विश्राम पाने की एक प्रक्रिया है। ध्यान करने से हम अपने किसी भी काम को एकाग्रता और रुचि के साथ पूरा कर सकते हैं। मेडिटेशन एक ऐसी क्रिया है, जिसके माध्यम से आप अपने जीवन की अनेक समस्याओं का निवारण कर सकते हैं। तो आइए जानते है मेडिटेशन करने से होने वाले फायदों (meditation karne ke fayde) के बारे में -
ऐसा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि रोजाना ध्यान लगाने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इससे मानसिक तनाव, चिंता, भय और हीनभावना से छुटकारा मिलता है। मेडिटेशन बढ़ते तनाव को कम कर , हॉर्मोनल असंतुलन जैसी परेशानियों को दूर कर हमारे तन- मन को तरोताजा करता है।
मेडिटेशन करने से गुस्सा करने की आदत धीरे- धीरे काबू में आ जाती है, जिससे हमारा मन हमेशा तनाव मुक्त रहते हुए खुश रहता है। रोजाना मेडिटेशन करने से आप लगभग अपने हर इमोशन पर कंट्रोल बनाये रख सकते हैं। इससे आपके आसपास अच्छा और पॉजिटिव माहौल बना रहता है।
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मेडिटेशन आपके शरीर की कोशिकाओं एवं इंद्रियों को नियत्रिंत कर मांसपेशियों को आराम देता है और नई त्वचा कोशिकाओं का निर्माण कर हमारे शरीर को क्रियाशील बनाता है। ये तनाव का मुकाबला कर चेहरे पर पड़ी झुर्रियों की समस्या को दूर करता है। इससे आपको मिलती है निखरी और बेदाग त्वचा।
मेडिटेशन करने का सबसे बड़ा स्वास्थ्य लाभ (meditation ke fayde) यह है कि इसे करने से दिल पर पड़ने वाला दबाव कम होता है, जिससे हमारे शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। ध्यान को ब्लडप्रेशर की समस्या के लिए आप टॉनिक की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर दूसरा आदमी मानसिक रूप से परेशान है। हमारा मन एकाग्र होना तो दूर, संतुष्ट भी नहीं रह पाता है। दिमाग में हर समय उथल- पुथल मची रहती है। ऐसे में दिमाग को शांत करने के लिए मेडिटेशन से बढ़िया कोई दूसरा उपाय नहीं है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे कई सारे है ये तनाव को कम कर हमारे दिमाग को आराम पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है।
अगर हमारे दिमाग को कुछ जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते हैं तो वह कमजोर होने लगता है, जिसकी वजह से हमारी याददाश्त भी कमजोर हो जाती है। इस समस्या से बचने के लिए मेडिटेशन करना इसका रामबाण इलाज है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे कई सारे है ये नियमित तौर पर ध्यान करने से आपके दिमाग के साथ शरीर में भी ब्लड का सर्कुलेशन होता रहता है, जिससे दिमाग दुरुस्त रहता है और इससे आपकी याददाश्त भी बढ़ती है।
अपनी याददाश्त बढ़ाने के लिए ट्राई करें ये टिप्स
जी हां, लत कैसी भी हो, मेडिटेशन का सहारा लेकर इसे आसानी से छोड़ा जा सकता है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे (meditation ke fayde) कई सारे है। मेडिटेशन करने से इच्छाशक्ति मजबूत होती है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसके द्वारा आप अपनी बुरी भावनाओं, आदत और लालसा को नियंत्रित कर उनका त्याग कर सकते हैं।
एक नहीं बल्कि बहुत से शोधों में ये पाया गया है कि मेडिटेशन करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है। इस क्रिया के द्वारा आप किसी नीरस कार्य को भी निश्चित समय में आसानी से रुचिपूर्ण तरीके से पूरा कर सकते हैं।
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यहां हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं ब्रह्म कुमारी शिवानी जी का मेडिटेशन वीडियो, जिसकी मदद से आप बेहतर ढंग से मेडिटेशन कर सकते हैं। इस वीडियो से सीखिए मेडिटेशन करने का सही तरीका -